#मरण_बिंदु ;- सूर्य , चन्द्रमा , गुरु , शनि के राशि अंश ,कला ,विकला जोड़ कर मरण बिंदु निकल जाता है। मरण बिंदु पर शनि का गोचर मृत्यु या मृत्यु तुल्य कष्ट देता है।
उदाहरण –
ग्रह – राशि – अंश – कला – विकला
सूर्य – ०४ : २१ : ३६: ०५
चंद्र – ०७ : ०३ : ५५ : २९
गुरु – ०० : २२ : ३८ : ०९
शनि – ०० : २१ : ३८ : ३४ +
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१३ : ०९ : ४८ : १७
१२ : ०० : ०० : ०० –
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०१ : ०९ : ४८ : १७
इस प्रकार अगर शनि का गोचर वृष राशि के 09:48:17 पर गोचर करेगा तो ये समय जातक के लिये प्राण संकंट पैदा करने वाला होगा ।
Written by
Astrologer – Kavindra Kumar